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Brahma kumaris Mehsana

Russian artists showed Indian Golden Culture through their art on Shivaratri Program

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राजयोगी रशियन कलाकारों ने अपनी कला द्वारा कराये भारतीय स्वर्णिम संस्कृति के दर्शन

 महेसाना में रशिया के ‘डिवाइन लाइट’ आर्ट एण्ड कल्चर ग्रुप के पवित्र एवं राजयोगी कलाकारों ने शिवरात्रि के पावन पर्व पर महेसाना के टाउन हॉल में अपनी कला के माध्यम से परमात्मा शिव का सत्य परिचय देकर स्वर्णिम संस्कृति के दर्शन के साथ उपस्थित श्रोता गण को एक आनंद की सुखद अनुभूति कराई।

 ब्रह्माकुमारीज़ महेसाना द्वारा इस शिवरात्रि पर आयोजित ‘शिव दर्शन से स्वर्णिम संस्कृति’ कार्यक्रम में रशियन कलाकारों ने अपनी कला की प्रस्तुति देते हुए बताया कि न सुंदरता, न धन, न शिक्त, न विज्ञान – समाज की कोई भी शक्ति सतयुग नहीं ला सकती लेकिन मनुष्य का पवित्र मन, दिव्य बुद्धि, सुनहरे संस्कार ही स्वर्ग ला सकता है। परमपिता परमात्मा शिव के द्वारा सीखाये जा रहे राजयोग के माध्यम से ही यह तीनों प्राप्त कर सकते है और स्वर्णिम संस्कृति का निर्माण कर सकते है।

महेसाना के विधायक माननीय मुकेश भाई पटेल ने कहा “भारतीय संस्कृति को पूरे विश्व ने स्वीकार किया है। समाज को श्रेष्ठ बनाने के लिए, अच्छे संस्कार का सिंचन करने के लिए रशिया के कलाकारों द्वारा भारतीय संस्कृति का प्रचार करना यह एक गर्व की बात है।”

कार्यक्रम के आयोजक एवं ब्रह्माकुमारीज़ महेसाना की प्रभारी आदरणीय बी.के. सरला दीदी ने बताया “यह कलाकार कला का प्रदर्शन करने नहीं लेकिन हमारी प्राचीन संस्कृति को उजागर करने आये हैं। हम उस संस्कृति – कला द्वारा अपने मन को प्रभु पिता में लगायें – कला द्वारा प्रभु मिलन की अनुभूति करें।”

रशिया सेंट पीटर्सबर्ग की प्रभारी एवं इस गृप की लीडर आदरणीय संतोष दीदी ने कहा “सतुयग की परिभाषा है कि पवित्रता, सुख, शांति और समृद्धि संपन्न हरेक व्यक्ति हो। आज हम ऐसे सतयुग का अनुभव करें यही सच्ची शिव जयंती है। हमारा जीवन गुणों से भरा हुआ हो, मधुबन पर्सनालिटी हो तब हमारे से दिव्य गुणों की खुशबू फैलेगी।”

कार्यक्रम के अतिथियों के साथ विभिन्न धर्मों के मुखिया परम पूज्य प्रवीण राम महाराज निराज आचार्य श्रीमद् भागवत कथाकार, परम पूज्य ऋषि महाराज, अर्बुदा धाम, बासणा, मौलाना मुर्तज़ा भाइ नज़ार भाई – मुस्लिम धर्म, फादर सलवादोर – ईसाई धर्म, गुलशनसिंह – शीख धर्म, एस.एम. रावल – गायत्री परिवार ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में महेसाना के विभिन्न क्षेत्र के प्रतिष्ठित महानुभाव सहित सैकड़ों लोगों ने लाभ लिया।

रचना बहन एवं ग्रुप की कुमारियों ने सुंदर स्वागत नृत्य प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। इस कार्यक्रम के पूर्व महेसाना के सुबह गोडली पैलेस में परमात्मा शिव का झंडा फहरा कर शिवरात्रि मनाई गई। कार्यक्रम के अगले दिन कल्चर ग्रुप के कलाकारों के महेसाना में आगमन पर वर्ल्ड फेम दूध सागर डेयरी के अधिकारियों ने भव्य स्वागत किया और उनके साथ वार्तालाप भी किया।

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Rajyoga Thought Lab Training

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महेसाना के गॉडली पैलेस में दो दिवसीय राजयोगा थॉट लेब ट्रेनिंग का हुआ आयोजन

महेसाना सब ज़ोन की 75 ब्रह्माकुमारी बहनों ने प्राप्त किया एडवान्स राजयोग कोर्स जो अनेक व्यक्तियों को राजयोग द्वारा करेंगी मूल्यों से सशक्त।

ब्रह्माकुमारीज़ के शिक्षा प्रभाग द्वारा दिनांक 10-11 मई 2025 हर रोज सुबह 09.00 से शाम 07.30 तक आयोजित इस ट्रेनिंग के उद्घाटन सत्र में विशेष अतिथि प्रकाश भाई पटेल, चेयरमैन, सांकलचंद पटेल यूनिवर्सिटी, विसनगर ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए वर्तमान समय यूनिवर्सिटी के छात्रों के स्ट्रेस को दूर करने के लिए ब्रह्माकुमारीज़ के थॉट लेब को अपने युनिवर्सिटी कैम्पस में प्रारंभ करने के लिए आमंत्रित किया। आपने कहा “यह समय की मांग भी है। NEP 2020 में Indian Knowledge System (भारतीय ज्ञान परंपरा) में  ब्रह्माकुमारीज़ के मूल्य शिक्षा को स्थान देना चाहिए।”

ब्रह्माकुमारीज़ महेसाना के गॉडली पैलेस में आयोजित इस ट्रेनिंग में पधारे अतिथि योगेश भाई पटेल, चेयरमैन, आर. जे. इंटरनेशनल स्कूल, महेसाना ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा “यह मूल्य और आध्यात्मिक शिक्षा सभी शिक्षा संस्थानों में होनी चाहिए। वर्तमान समय सभी छात्र तनावयुक्त है इसलिए उनको मानसिक स्वस्थ बनाने के लिए यह जरूरी है।”

कार्यक्रम के प्रेरक महेसाना के आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरला दीदी ने आशीर्वचन देते हुए कहा “शिक्षा प्रभाग की ओर से अविरत कई प्रोजेक्ट पर कार्य हो रहा है। आज थोट लेब की ट्रेनिंग महेसाना में आयोजित की गई है। यहाँ प्रकाश भाई ने अपनी यूनिवर्सिटी में थॉट लेब खोलने का प्रस्ताव रखा है। यह ट्रेनिंग कार्यक्रम की फलश्रुति है।”

राजयोगा थॉट लेब की कोऑर्डिनेटर बी.के. सुप्रिया बहन ने ट्रेनिंग का लक्ष्य और उद्देश्य बताया। कार्यक्रम के प्रारंभ में ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा पुष्प गुच्छ से सभी का स्वागत किया गया। महेसाना की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी कुसुम बहन ने सभी का दिल के उद्गार के साथ शब्दों से स्वागत किया। एज्युकेशन विंग की कार्यकारी सदस्य एवं अहमदाबाद विवेकानंद कॉलेज ऑफ आर्ट्स की प्राचार्य ब्रह्माकुमारी ममता बहन ने सुचारू रूप से मंच संचालन किया।

शुभारंभ के बाद दो दिन तक राजयोगा थॉट लेब के फैकल्टी बी.के. मुकेश भाई, जयपुर, बी.के. सुप्रिया बहन, माउंट आबू, बी.के. चित्रा बहन, जयपुर ने सभी का उमंग उत्साह के साथ प्रेक्टिल सेशन के साथ ट्रेनिंग दी। ट्रेनिंग के बाद बहनों ने इसका महत्व समझते हुए बहुत अच्छे-अच्छे अनुभव साझा किये।

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6th anniversary of Divya Bhaskar daily newspaper celebrated at Godly Palace in Mehsana

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ब्रह्माकुमारीज का गोडली पैलेस, मेहसाणा दिव्य भास्कर की 16वीं वर्षगांठ का गवाह बना

“आज मनुष्य के पास हर प्रकार की समझ है, फिर भी वह गिर रहा है। इसके पीछे मूल कारण यह भूलना है कि मैं कौन हूं। जो वह नहीं है, उसे उसने स्वीकार कर लिया है। इससे जीवन में भय, अवसाद, निराशा पैदा होती है और इसके कारण समाज में नकारात्मकता और घृणा की भावनाएँ बढ़ी हैं।”

उक्त बातें आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरला दीदी जी ने ब्रह्माकुमारीज के गोडली पैलेस में दिव्य भास्कर दैनिक समाचार पत्र की 16वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ‘सकारात्मक जीवन शैली’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किये। उन्होंने आगे कहा, “सत्य को जानें और सत्य का स्वीकार कर, यह जानना होगा कि मैं चैतन्य शक्ति हूं। चैतन्य शक्ति अजर, अमर, अविनाशी आत्मा है। अगर आप तनाव से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपको दो काम करने होंगे। एक तो बुरी परिस्थितियों में आत्मविश्वास विकसित करना होगा और दूसरा राजयोग का अध्ययन करना होगा। स्वयं को बदलने से दुनिया बदल जाती है। राजयोग के अभ्यास से मनोबल बढ़ता है। जो किसी भी परिस्थिति का सामना करने का साहस प्रदान करता है।” इस अवसर पर नरनारायण देव अंतर्गत स्वामीनारायण मंदिर के श्री अखंड स्वरूपदासजी स्वामी और एस.जी. महंत श्री नारायण प्रसाद दासजी महाराज ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करायी.

एक्सोटिका स्कूल, मेहसाणा के निदेशक एवं प्रेरक वक्ता रजनीकांतभाई पटेल ने साइबर धोखाधड़ी पर विस्तार से प्रकाश डाला और कहा, “साइबर धोखाधड़ी इन दिनों तनाव का एक प्रमुख कारण बन रही है। भय, लालच और आलस्य साइबर धोखाधड़ी के मुख्य कारण हैं। जो मन दान करने से पहले हजार बार सोचता है, वह धोखाधड़ी का शिकार होने के बारे में एक पल के लिए भी नहीं सोचता। जितना आप दान देने के बारे में सोचते हैं, धोखाधड़ी का शिकार होने से पहले सोचें। यदि आप धोखाधड़ी का शिकार होते हैं तो तुरन्त ही सहायता नंबर 1930 पर संपर्क करते हैं, तो आप काफी हद तक धोखाधड़ी से बच सकते हैं।

मेहसाणा के भव्य दूरदर्शी वक्ता महर्षिभाई हिंगू ने कहा, “हम शांति शब्द का अर्थ भूल गए हैं क्योंकि हमने काम और जीवन के बीच संतुलन खो दिया है। कोई पूछता है तो हम कहते हैं शांति है. लेकिन क्या सचमुच जीवन में शांति है? शांति की परिभाषा बदल गई है. आज हम भौतिक सुख को ही शांति समझते हैं। ॐ के जाप से ही सच्ची शांति है। यदि आप जीवन में शांति चाहते हैं तो सभी कार्यों के बारे में सोच-विचार कर योजना बनाकर कोई भी कार्य करेंगे तो आपको सच्ची शांति मिलेगी।”

सकारात्मक दृष्टिकोण के बारे में बोलते हुए, लेखक और प्रेरक वक्ता नीलेशभाई पटेल ने कहा, “हम अपने विचारों से उतने दुखी नहीं होते जितना दूसरों के विचारों से होते हैं। इस धारणा को बदलना होगा. हमें इस बात की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है कि दूसरा व्यक्ति क्या कर रहा है, किस तरह का जीवन जी रहा है। इसके बजाय हमें जो हमारे पास है उसमें खुशी के बारे में सोचना चाहिए।”

वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी कुसुम बहन ने कहा, “हर कोई जीवन में प्रगति करना चाहता है। लेकिन समाज में आगे बढ़ने में दिक्कतें आती हैं. जिसके कारण अक्सर काम में असफलता मिलती है। तब बुरे विचार आते हैं और भय, अवसाद पैदा करते हैं। सकारात्मक जीवन जीना, सकारात्मक विचार लाना इस समय रामबाण इलाज है। जो व्यक्ति कठिनाइयों को स्वीकार कर आगे बढ़ता है उसे सफलता मिलती है। बुरी स्थिति में खुद को समझाएं कि यह समय भी गुजर जाएगा। ”

राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी वर्षा बहन ने सकारात्मक जीवन शैली के बारे में बताते हुए कहा, ”घर में सब कुछ सेट है लेकिन मन अपसेट है उसका कारण नकारात्मक विचार हैं। सुबह उठते ही अपने विचारों को बदलना शुरू कर दें। अगर आप अच्छे विचारों से खुश रहेंगे तो आपके आस-पास के लोग भी खुश रहेंगे। जो विचार ख़ुशी देता है, ज्ञान बढ़ाता है वह सकारात्मक विचार है और जो विचार डर पैदा करता है वह नकारात्मक विचार है।”

इस प्रकार अनेक सकारात्मक एवं समाजोपयोगी सन्देश लोगों तक पहुँचाने के शुभ लक्ष्य के साथ दिव्य भास्कर की टीम ने आध्यात्मिक वातावरण 
में दिव्य आत्माओं के सानिध्य में दिव्य भास्कर का 16वाँ वार्षिकोत्सव मनाकर समाज में एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। मेहसाणा शहर के करीब 100 नागरिक इसके गवाह बने।

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Service News : मेहसाना मे ‘राजऋषि गाकुल गाँव प्रकल्प’ ट्रेनिंग का आयोजन

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प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों के मानसिक एवं चारित्रिक उत्थान के लिए

तीन दिवसीय प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण

“खेती करें तो प्रेम से करें, दिल से करें, सकारात्मक विचारों से खेती करेंगे तो उस उपज से खाना पकाने वाले एवं खाने वाले में भी सकारात्मकता आयेगी”

उक्त उद्गार, ब्रह्माकुमारीज़, मेहसाणा द्वारा आयोजित ‘राजऋषि गोकुल गाँव प्रकल्प’ अंतर्गत आयोजित प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए ‘गुजरात नेचुरल फार्मिंग साइंस युनिवर्सिटी’ के वाइस चांसलर डॉ. सी.के. टिंबडीया जी ने व्यक्त किये। आगे उन्होंने कहा “मैं खुशी व्यक्त करता हूँ कि यह एक विशिष्ट कार्यक्रम है, जो काम सरकार को करना चाहिए वह ऐसी संस्था कर रही है।” सभा में उपस्थित सर्व ट्रेनर्स को उद्बोधित करते हुए उन्होंने कहा “प्राकृतिक खेती में गौ-माता का गोबर एवं गौमूत्र का उपयोग कैसे करना है यह बात आपको किसानों को सीखानी है।” प्राकृतिक खेती के साथ योग के महत्व को समझाते हुए उन्होंने आगे कहा “खेती करें तो प्रेम से करें, दिल से करें, सकारात्मक विचारों से खेती करेंगे तो उस उपज से खाना पकाने वाले एवं खाने वाले में भी सकारात्मकता आयेगी। यह सकारात्मकता योग सीखने से आयेगी। हमारे शरीर पर चिंता की असर न हो उस के लिए भी योग की बहुत आवश्यकता है। योग को हमारी यूनिवर्सिटी में भी शामिल किया जायेगा। हम पहले स्टूडेंट को योग करायेंगे बाद में ही पढ़ाना प्रारंभ करेंगे ”

ब्रह्माकुमारीज़ के कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग के राष्ट्रीय अध्यक्षा मेहसाणा के आदरणीय राजयोगिनी ब्र.कु. सरला दीदी ने इस ट्रेनिंग का उद्देश्य बताते हुए कहा “ग्रामीणों के जीवन में समृद्धि आए, उनका आर्थिक, सामाजिक, मानसिक, सर्वांगीण विकास हो, महिलाओं का विकास, गाँव की स्वच्छता, आदर्श पंचायत, बच्चों का विकास हो इस उद्देश्य से यह ‘राजऋषि गोकुल गाँव प्रकल्प’ ट्रेनिंग का आयोजन किया गया है। देश की मांग है – सात्विक एवं पौष्टिक अन्न। उस के लिए प्राकृतिक यौगिक खेती के लिए किसानों को जागृत करेंगे। इस के लिए ट्रेनिंग में आये हुए हरेक को ट्रेनिंग लेकर कम से कम एक गाँव पसंद कर उनका सर्वांगीण विकास करने का लक्ष्य रखना है।”

इसके उपरांत श्याम प्रतापसिंह राठौड, सरपंच, जाहोता ग्राम पंचायत, राजस्थान; मल्टी स्टेट स्किल डवलपमेन्ट के एम.डी. सुरेश भाई पटेल; कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग के एग्जीक्यूटिव मेंबर ब्र.कु. विनु भाई ने भी अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की।

कार्यक्रम के प्रारंभ में तपोवन, आबूरोड, ब्रह्माकुमारीज़ से पधारे राजऋषि गोकुल ग्राम प्रकल्प के प्रणेता बी.के. चंद्रेश भाई ने सभी महेमानों का स्वागत किया। कुमारिकाओं ने ग्राम्य संस्कृति पर सुंदर नृत्य कर सभी को ग्राममय बना दिया। मंचासिन महेमानों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग के एग्जीक्यूटिव मेंबर, कलोल के ब्र.कु. जिग्नेश भाई ने सभी का आभार व्यक्त किया। पूरे कार्यक्रम का सफल मंच संचालन, कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग के एग्जीक्यूटिव मेंबर भीनमाल सेवाकेन्द्र की ब्र.कु. गीता बहन ने किया।

ब्रह्माकुमारीज़ के गोडली पैलेस में आयोजित इस तीन दिवसीय ट्रेनिंग में गुजरात उपरांत अन्य कुछेक राज्यों से 50 जितने ब्रह्माकुमारी बहनें एवं भाईयों ने इस ट्रेनिंग का लाभ लिया।। उद्घाटन के बाद विभिन्न ट्रेनर्स के द्वारा विविध विषयों पर ट्रेनिंग दी गई। ट्रेनिंग के बाद सबने अच्छे-अच्छे अनुभव भी सुनाये एवं अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर ग्रामीणों के लिए सेवा करने का दृढ़ संकल्प भी किया।

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